अगर आपके पास 3जीबी या 4जीबी रैम वाला स्मार्टफोन है और जल्द ही 6जीबी या 8जीबी रैम वाला स्मार्टफोन लेने की सोच रहे हैं, तो पहले इस खबर को पढ़ लीजिए और फिर नया फोन खरीदने का फैसला करिए।
हर साल स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरर्स यूजर्स को अट्रैक्ट करने के लिए अपनी फ्लैगशिप डिवाइसेज की स्पेसिफिकेशंस में कुछ न कुछ बदलाव जरूर करते रहते हैं। खासतौर पर स्मार्टफोन की रैम कैपैसिटी को लेकर।
इस समय एंड्रॉयड बाजार में 4जीबी रैम के फोन लेटेस्ट ट्रेंड में हैं, वहीं कुछ 6जीबी और 8जीबी रैम वाले फोन भी बाजार में हैं। OnePlus 3T और Honor V9 में 6जीबी की रैम दी गई है, जबकि ASUS की अपकमिंग ZenFone AR डिवाइस में 8जीबी की रैम होने की खबर है।
जिसके चलते आम लोगों और यूजर्स के दिमाग में भी यह बात पैठ कर गई है कि ज्यादा रैम वाला स्मार्टफोन मतलब ज्यादा फास्ट डिवाइस।
लेकिन फेमस चीनी स्मार्टफोन कंपनी Huawei के एग्जीक्यूटिव इस बारे में बिल्कुल अलग ही सोच रखते हैं।
वावे के एग्जीक्यूटिव Lao Shi ने अपनी हालिया वीबो पोस्ट में लिखा है कि स्मार्टफोन को स्मूदली चलाने के लिए 4जीबी की रैम काफी होती है। उन्होंने यह भी लिखा है कि वावे की 4जीबी रैम वाली डिवाइसेज 6जीबी रैम वाली डिवाइसेज से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा है कि फोन की अच्छी परफॉरमेंस के लिए रैम से ज्यादा स्मार्टफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम का ऑप्टिमाइज्ड होना ज्यादा जरूरी है। उनका कहना है कि ज्यादा रैम लगाने से केवल कॉस्ट बढ़ती है, लेकिन फोन की परफॉरमेंस पर कोई खास असर नहीं पड़ता।
Lao Shi लिखते हैं कि 2 जीबी रैम वाला आईफोन 4जीबी रैम वाले एंड्रॉयड फोन से बेहतर काम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि परफॉर्मेंस सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के कॉम्बिनेशन और तालमेल पर निर्भर करती है। वह कहते हैं कि 6 जीबी रैम लगाना खराब नहीं है, लेकिन इतनी रैम की जरूरत ही नहीं होती।
गौरतलब है कि वावे की एग्जीक्यूटिव शी के यह कॉमेंट उनकी कंपनी के हाल ही में लॉन्च किए गए कुछ स्मार्टफोन्स के खिलाफ भी जाते हैं। वावे के Mate 9 Pro, P10 और P10 Plus में 6GB रैम लगी हुई है। कंपनी के सब ब्रैंड ऑनर ने भी 6जीबी रैम वाला Honor V9 लॉन्च किया है।