Facebook अब अपने यूजर्स में सुइसाइड की मानसिकता को रोकने के लिए अपने टूल्स और सर्विसेज में Artificial Intelligence यूज करने की प्लानिंग कर रहा है।
दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडियो प्लेटफॉर्म फेसबुक के मुताबिक उसकी योजना सुइसाइड प्रिवेंशन टूल को फेसबुक पोस्ट और अपने लाइव स्ट्रीमिंग फीचर Facebook Live और Messenger सर्विस में इंटीग्रेट करने की है।
फेसबुक ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि आर्टिफिशिअल इंटेलिजेंस की मदद से सुइसाइडल टेंडेसीज वाले यूजर्स की पहचान करने में मदद मिलेगी।
न्यूयार्क पोस्ट के मुताबिक जनवरी में फ्लोरिडा के 14 साल एक बच्चे ने फेसबुक लाइव पर सुइसाइड वीडियो ब्रॉडकास्ट किया था।
फेसबुक पहले से ही आर्टिफिशिअल इंटेलिजेंस के जरिए लाइव वीडियो स्ट्रीम में आपत्तिजनक मैटेरियल पर नजर रखता है।
फेसबुक के मुताबिक इससे वीडियो देख रहे लोग सीधे सुइसाइड मानसकिता रखने वाले व्यक्ति तक पहुंच सकेंगे और फेसबुक को भी रिपोर्ट कर सकेंगे।
फेसबुक के इस टूल के जरिए लाइव वीडियो की रिपोर्ट करने वाला शख्स सुइसाइड करने वाले के दोस्त या हेल्पलाइन पर कॉन्टैक्ट कर सकेगा।
गौरतलब है कि 15 से 29 साल के युवाओं के बीच सुइसाइड मौत की दूसरी सबसे बड़ी वजह है।
नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टैटिस्टिक्स की स्टडी के मुताबिक 1999 से 2014 के बीच अमेरिका में सुइसाइड करने वालों की संख्या में 24 फीसदी का इजाफा हुआ है।