गूगल ने हाल ही में LG Nexus 5X, Huawei Nexus 6P स्मार्टफोंस और नई Pixel C टैबलेट की लॉन्चिंग के साथ एंड्रॉयड के नए ऑपरेटिंग सिस्टम मार्शमैलो 6.0 की भी ऑफिशियली लॉन्चिंग की है। जल्द ही मार्शमैलो अब दूसरी एंड्रॉयड डिवाइसेज पर भी दिखाई देने लगेगा। नए ओएस में कई नए फीचर और इंप्रूवमेंट्स हैं, जानें मार्शमैलो के 10 बेस्ट फीचर के बारे में…
रिफ्रेश गूगल नॉओ
गूगल नाओ अब सिंगल टैप पर उपलब्ध होगा और अब यह प्रीडिक्टिव असिस्टेंट की तरह काम करेगा। इस फीचर से यूजर फोन पर चल रही किसी भी इनफॉरमेशन की जानकारी ले सकेंगे। एप में जाने के लिए यूजर को होम बटन को होल्ड करना होगा और गूगल नाओ स्क्रीन को रीड करेगा और बॉटम स्क्रीन पर पॉपअब बॉक्स के जरिए इनफॉरमेशन पास करेगा। अगर कोई गाना सुन रहे हैं और सिंगर के बारे में जानना चाहते हैं, तो गूगल नाओ सिंगर का नाम बता देगा।
एप परमिशन
एप परमिशन फीचर को गूगल पूरी तरह से ओवरहॉल किया है। नए वर्जन में गूगल ने लोकेशन, कैमरा, कॉन्टैक्ट्स, मीडिया, आइडेंटिटी समेत 8 पैरामीटर्स तैयार किए हैं। एप इंस्टाल करते हुए एप वही फंक्शंस यूज कर सकेगी, जिन्हें यूजर परमिशन देगा। इसके अलावा सेटिंग मैन्यू में भी एप को परमिशन देने का कंट्रोल होगा।
फ्लेक्स स्टोरेज
इस नए फीचर के जरिए आपका एंड्रॉयड फोन एक्सटर्नल मेमोरी डिवाइसेज जैसे माइक्रोएसडी कार्ड को ऑनबोर्ड स्टोरेज की तरह यूज कर सकेगा। इससे गेम्स और एप्स को स्मार्टफोन में स्टोर करने में आसानी होगी।
क्रोम कस्टम टैब
क्रोम ब्राउजर में वेब ब्राउजिंग एक्सपिरियंस को नए लेवल तक पहुंचाने की गूगल ने कोशिश की है। क्रोम टैब में अब यूजर को एप जैसा एक्सपीरियंस मिलेगा। यूजर अगर किसी एप में वेब लिंक पर क्लिक करता है, तो एप में ही क्रोम ब्राउजर खुल जाएगा। इसके अलावा इस फीचर के जरिए ऑटोमैटिक साइन-इन, सेव्ड पासवर्ड, ऑटोफिल वैसे ही काम करेंगे जैसे एप में करते हैं।
Doze और चार्जिंग फीचर
गूगल अब स्मार्टफोंस में बैटरी लाइफ इंप्रूव करने पर वर्क कर रहा है। नए ओएस में Doze है, जो मोशन डिटेक्शन पर काम करता है। अगर डिवाइस लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होती है (सोते समय), यह फीचर रियल-टाइम अपडेट्स को बंद कर देगा। इंटेलीजेंट अल्गोरिदिम का यूज करते हुए यह फीचर डिवाइस को टेंपररली स्नूज कर देगा, जिससे एप्स और फंक्शंस बेफालतू में बैटरी कंज्यूम नहीं कर सकेंगे। गूगल के दोनों नए नेक्सस स्मार्टफोंस में USB Type-C port फीचर दिया है, जिससे डिवाइस पहले के मुकाबले 3 गुना फास्ट चार्ज होगी।
प्री-लोडेड एप्स को अनइंस्टॉल कर सकेंगे
इस फीचर की काफी समय से जरूरत थी। ये प्री-लोडेड एप्स न केवल स्मार्टफोन का स्पेस खाती हैं, बल्कि डिवाइस को स्लो भी कर देती हैं। फिलहाल इन एप्स को अनइंस्टॉल करने के लिए डिवाइस को रूट करना पड़ता है, जो कई बार डिवाइस को डेड भी कर देता है। गूगल ने नए नेक्सस फोंस में प्री-लोडेड एप्स को कम किया है। अब यूजर गूगल डॉक्स, गूगल फिट, गूगल प्लस, कीप, न्यूज, प्ले बुक्स, शीट्स, स्लाइड्स और वेदर जैसी एप्स को अनइंस्टॉल कर सकेंगे। हालांकि जीमेल, प्ले स्टोर, सेटिंग्स और क्लॉक जैसे फंक्शंस अनटचेबल ही रहेंगे।
फिंगरप्रिंट सपोर्ट
गूगल ने नए नेक्सस फोंस में नेक्स इंप्रिंट को इंट्रोड्यूज किया है। अब यूजर फोन को अनलॉक करने, एंड्रॉयड पे ट्रांजेक्शन, गूगल प्ले स्टोर परचेज के दौरान फिंगरप्रिंट सेंसर का यूज कर सकते हैं।
इंप्रूव्ड वर्ड सलेक्शन
अब यूजर एक वर्ड को एक बार में हाईलाइट कर सकेंगे और अगर हैंडल को आगे-पीछे करेंगे तो यह प्रत्येक लेटर भी सलेक्ट करेगा। साथ ही फ्लोटिंग टूल बार भी दिया गया है, जो दिखने में बिल्कुल आईओएस जैसा है, जिसमें कट, कापी और पेस्ट बटंस दिए गए हैं।
इंप्रूव्ड वॉल्यूम बटंस
एंड्रॉयड लॉलीपॉप में गूगल ने जो गलती की थी, गूगल ने इस बार उसे सुधारा है। वॉल्यूम बटन में अब सिस्टम वॉल्यूम, म्यूजिक वॉल्यूम और अलार्म वॉल्यूम का भी फंक्शन होगा, जिन्हें अलग-अलग सेट किया जा सकेगा।
एंड्रॉयड पे
इससे यूजर नियर फील्ड कम्यूनिकेशन (एनएफसी) और होस्ट कार्ड इमुलेशन टेक्निक के जरिए सिंगल टैप पर पे कर सकेंगे। फोन को अनलॉक करना है, एनएफसी टर्मिनल के पास लाना है और पेमेंट हो जाएगी। इसके लिए कोई एप भी खोलने की जरूरत नहीं है। अमेरिका में यह पहले से है, उम्मीद है जल्द ही इंडिया में भी लॉन्च होगी। एंड्रॉयड पे पुरानी गूगल वॉलेट एप को रिप्लेस करेगा।